शाहजहां कितनों की हत्या करके बना था राजा

10 February, 2022

जनाब शाहजहां का जन्म 5 जनवरी 1592 में लाहौर में हुआ । शाहजहां की माता का नाम जगत गोसाई था जो जोधपुर के हिंदू राजा उदय सिंह की बेटी थी । शाहजहां के पिता का नाम जहांगीर था। जहांगीर ने अपने शासनकाल में मुगलकालीन कला और संस्कृति को जमकर बढ़ावा दिया इसलिए शाहजहां के युग को स्वर्णिम युग एवं भारतीय सभ्यता का सबसे समृद्ध काल के रूप में भी जाना जाता हैं। लोकप्रिय शहंशाह शाहजहां को लोग दुनिया के सात आश्चर्य में से एक ताजमहल के निर्माण के लिए भी याद करते हैं। ताजमहल शाहजहां और उनकी प्रिय बेगम मुमताज महल की प्यार की निशानी है। मुगल बादशाह शाहजहां कला वस्तु के प्रेमी थे। शाहजहां एक बहादुर न्याय प्रिय और दूरदर्शी थे जो मुगल बादशाह जहांगीर के बेटे और अकबर के पुत्र थे जहांगीर ने बहुत ही कम आयु में मुगल साम्राज्य का राजपाट संभाल लिया था । उन्होंने अपनी कुशल रणनीति के कारण मुगल साम्राज्य का विस्तार किया था। 22 वर्ष के शासनकाल में जहांगीर ने काफी कुछ हासिल कर दिया था।

बचपन - शाहजहां के दादा अकबर ने सबसे पहले बचपन में शहजादा खुर्रम कहकर पुकारा इसीलिए शाहजहां का बचपन का नाम खुर्रम पड़ा। खुर्रम शब्द का अर्थ होता है खुशी। जिस प्रकार जहांगीर ने अपने पिता अकबर के साथ बगावत कर मुगल साम्राज्य का राज पाठ हथ्या लिया था उसी प्रकाश शाहजहां ने भी अपने पिता जहांगीर से छल कपट से साम्राज्य का शासन संभाला था।

उत्तराधिकार - मुगल साम्राज्य के उत्तराधिकारी के रूप में शाहजहां शाहजहां की सौतेली माँ नूरजहां बिल्कुल नहीं चाहती थी कि शाहजहां मुगल शासन पर विराजित हो वही शाहजहां ने भी नूरजहां की साजिश को समझते हुए 1622 में आक्रमण कर दिया लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो सका। 1627 ईस्वी को जहांगीर की मौत के बाद अपनी चतुर विद्या से अपने ससुर आसिफ खान को निर्देश दिया कि मुगल सिंहासन के उत्तराधिकारी बनने के सभी प्रबल दावेदारों को खत्म कर दे जिसके बाद आसिफ खान ने चालाकी से दाबर बक्श होशकर गुरुसस्य शहरयार की हत्या कर दी और शाहजहां को मुगल सिहासन पर बिठा दिया।

ताजमहल का निर्माण - जमहल का निर्माण शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में आगरा में ताजमहल का निर्माण करवाया जो आज भी दुनिया के सात आश्चर्य में से एक है। इसे विश्व धरोहर मकबरा भी कहा जाता है। ताजमहल मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है इसकी वास्तु शैली फारसी तुर्की भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के घटकों का अनोखा मिश्रण है। इसका निर्माण 1632 से 1653 में हुआ उस्ताद अहमद लाहौरी ने ताजमहल को डिजाइन किया। ताजमहल की ऊंचाई 70 मीटर है।

मृत्यु - शाहजहां की मृत्यु 31 जनवरी 1666 में हुई । युवा मुगल बादशाह इस दुनिया को अलविदा कह गया जिसके बाद ताजमहल में उसकी बेगम मुमताज महल की कब्र के पास ही शाहजहां को दफनाया गया। उसकी मौत के बाद उसका पुत्र औरंगजेब छल कपट से मुगल शासन की राजगद्दी पर बैठा । इस तरह मुगल साम्राज्य के महान शासक शाहजहां का अंत हो गया। लेकिन उसे आज भी ताजमहल बनाने के लिए याद किया जाता है। शाहजहां और मुमताज की मोहब्बत की मिसाल दी जाती है।


मुग़ल काल   इतिहास के पन्ने

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